What is eSIM
Advocacy Initiatives
Video
GSMA Membership
Our members are at the centre of the discussions, decisions and GSMA initiatives that shape the future of mobile communications and expand opportunities for the whole industry. Membership in the GSMA keeps your business in touch, forward thinking and competitive.
Find out moreOur Newest Members
Member Success Stories
Latest Services Video
Events
Press Releases

Mobile World Congress 2018 Update
GSMA PROVIDES FURTHER UPDATES ON PROGRAMMES AT MOBILE WORLD CONGRESS 2018Mobile World Congress Barcelona 2018
Highlights from 2018
eSIM
The SIM for the next Generation of Connected Consumer Devices
eSIM is a global specification by the GSMA which enables remote SIM provisioning of any mobile device.
eSIM now allows consumers to store multiple operator profiles on a device simultaneously, and switch between them remotely, though only one can be used at a time. The specification now extends to a wider range of devices, beyond the single companion device made possible with the first release. Manufacturers and operators can now enable consumers to select the operator of their choice and then securely download that operator’s SIM application to any device.
Remote provisioning means much smaller devices can be supported. The first products have already come to market, and we can expect to see many further launches in 2018: it is now easier to extend mobile connectivity to devices such as tablets, smart watches, fitness bands, portable health systems and various other devices.
eSIM is the only globally-backed remote SIM specification for consumer devices. This universal approach will grow the Internet of Things by allowing manufacturers to build a new range of products for global deployment based on this common embedded SIM architecture.
Consumer benefits include:
- simpler device setup without the need to insert or replace a SIM card;
- devices that can operate independently of a tethered smartphone, with their own subscriptions;
- a range of new, enhanced mobile-connected devices.
- हमने कल आपको बताया था कि Google के नई पीढ़ी के Pixel डिवाइस यानी Pixel 2 और Pixel 2 XL स्मार्टफोंस में एक नार्मन सिम की जरूरत नहीं है क्योंकि यह एक eSIM को सपोर्ट करते हैं। हालाँकि महज Pixel 2 डुओ ही एकमात्र ऐसे डिवाइस नहीं हैं, जो eSIM सपोर्ट से लैस हैं। आपको बता दें कि एप्पल वॉच 3, पिछले साल लॉन्च किये गए Samsung Galaxy Gear S2 3G और iPad 9.7 में भी यह सपोर्ट मौजूद है। तो कुलमिलाकर अगर हम देखें तो यह 5 डिवाइस हैं जिनमें eSIM सपोर्ट मौजूद है। इस तकनीकी यानी eSIM को अभी पूरी तरह से व्यवहार में आने में काफी समय लग सकता है, लेकिन अभी महज इसकी शुरुआत ही है।एक eSIM/eUICC (embedded SIM or embedded UICC) एक ऐसी व्यवस्था या नई तरह की तकनीक है, जो आपके वर्तमान सिम कार्ड को जो हम हमारे स्मार्टफोन में इस्तेमाल कर रहे हैं, का बड़ा रिप्लेसमेंट है। अर्थात् आपके वर्तमान सिम कार्ड को इससे रिप्लेस किया जा सकता है। हालाँकि आपके द्वारा इस्तेमाल किये गए रेगुलर सिम कार्ड को फोन से रिमूव किया जा सकता है लेकिन
eSIM को एक बार फोन में लगाने के बाद हटाया नहीं जा सकता है। अब यहाँ सवाल उठता है कि eSIM आखिर कब तक पूरे रूप में व्यवहार में आ जाएगा। असल में अभी इसके बारे में कुछ भी कहना सही नहीं होगा। लेकिन आज हम इस बारे में जानने वाले हैं कि आखिर eSIM काम कैसे करता है।सिम कार्ड का इतिहास या उदय
जब से मोबाइल फोंस मुख्य धारा में आये हैं, यूजर्स को एक सिम कार्ड की जरूरत होती है ताकि वह उस नेटवर्क जिसका उसने चयन किया उसकी सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं। एक सिम कार्ड में एक नंबर अटैच होता है साथ ही इसमें एक सिक्यूरिटी की भी मौजूद होती है। जिसके माध्यम से नेटवर्क को पता चलता है कि आखिर उसे कौन व्यक्ति इस्तेमाल कर रहा है। इसमें आप मैसेज और कॉन्टेक्ट्स को भी स्टोर कर सकते हैं। इसके अलावा आपको बता दें कि पिछले कुछ सालों में सिम कार्ड को कुछ छोटा किया गया है, यानी इसका साइज़ छोटा कर दिया गया है। अब हम इसे मिनी सिम, नैनो सिम और माइक्रो सिम के नाम से जानते हैं। आजकल इन तीनों ही स्मार्टफोंस में इस्तेमला किया जाता है लेकिन नैनो और माइक्रो सिम को सभी जानते हैं।अब यहाँ सवाल उठता है कि आखिर क्यों सिम के साइज़ को छोटा किया जा रहा है? हालाँकि इसका एक मुख्य कारण यह भी है कि स्मार्टफोंस को समय के साथ साथ काफी पतला कर दिया गया है। और इसमें बड़ी सिम के लिए उतनी जगह होती नहीं है जितनी होनी चाहिए। अब साइज़ छोटा होने से यह पतले से पतले फोन में आसानी एक सिम ट्रे में फिट हो जाती है। इतना सब जानने के बाद आइये एक नजर डालते हैं, आखिर इस तरह से यह नई तकनीक यानी eSIM काम करती है।
कुछ ऐसे काम करती है eSIM
यह एक ऐसी तकनीकी है जो नैनो सिम के मुकाबले और भी अधिक छोटी है, इसके अलावा आप इसके माध्यम से किसी स्मार्टफोन से सिम ट्रे को पूरी तरह से हटा सकते हैं, आने वाले समय में कुछ ऐसा ही होने वाला है, जैसे हमने देखा है कि समय के साथ साथ हेडफोन जैक को स्मार्टफोंस से हटाया जा रहा है, वैसे ही आने वाले समय में सिम ट्रे को भी स्मार्टफोंस से पूरी तरह से हटा दिया जाना तय है। क्योंकि जैसे जैसे स्मार्टफोंस में नई नई तकनीकी इस्तेमाल किया जा रहा है। उसे देखकर तो यही लगता है कि जल्द ही सभी स्मार्टफोन कंपनी इस ओर अपना ध्यान आकर्षित करेंगी और अपने फोंस से सिम ट्रे को हटाकर इस नई तकनीकी का इस्तेमाल अपने फोंस में करेंगी।स्पेस के अलावा, eSIM भी उपयोगकर्ताओं को आसानी से नेटवर्क के बीच स्विच करने की अनुमति देगा। यह रोमिंग से भिन्न है (आप रोमिंग शुल्क का भुगतान नहीं करते हैं) और हवा में ही कर लिया जाता है। यहाँ आपको यह भी बता दें कि eSIM विभिन्न नेटवर्क प्रोफाइल को स्टोर करने में सक्षम होंगे और यूजर्स आसानी से एक से दूसरे नेटवर्क पर भी जा सकेंगे। तो कुलमिलाकर यही हमारा भविष्य होने वाला है। और आने वाले समय में आप देखेंगे कि इस तकनीकी को ज्यादा से ज्यादा स्मार्टफोंस में इस्तेमाल किया जाएगा। आइये इन विडियो के माध्यम से जानते हैं कि आखिर यह है क्या और किस तरह से काम करती है








0 on: "eSIM | WHAT IS esim"